३७२ पूंजीवादी उत्पादन में जितनी प्रगति करता, १२ राज १४ घन्टे के अपने सामूहिक काम के दिन में उससे कहीं प्रषिक प्रगति करने में सफल होते हैं। इसका कारण यह है कि जब बहुत से पादमी साब मिलकर काम करते हैं, तब मानो उनके समूह के प्रागे और पीछे दोनों तरफ हाथ और पांखें मग जाती है और कुछ हद तक वह समूह सर्वव्यापी हो जाता है। काम के विभिन्न भाग एक साप प्रगति करने लगते हैं। उपर्युक्त उदाहरणों में हमने इस बात पर जोर दिया है कि लोग एक ही या एक तरह का ही काम कर रहे हैं। यह इसलिये कि सामूहिक श्रम का यह सबसे सरल प सहकारिता में और यहां तक कि उसकी सम्पूर्णतया विकसित अवस्था में भी बहुत बड़ी भूमिका अदा करता है। यदि काम पेचीदा ढंग का हो, तो महज पनेक मजदूरों की सहकारिता से यह सम्भव हो जाता है कि अलग-अलग क्रियाएं अलग-अलग पादमियों को सौंप दी जायें, ताकि वे सब एक साथ सम्पन्न होती रहें। इस प्रकार, पूरे काम को समाप्त करने के लिये पहले से कम समय बरी होता है। बहुत से उद्योगों में भम-प्रक्रिया के रूप से निर्धारित कुछ ऐसे नाबुक क्षण पाते हैं, जब कुछ खास नतीने हासिल करना जरूरी होता है। मिसाल के लिये, यदि भेदों के किसी रेवड़ के बाल उतारने हैं या गेहूं का खेत काटकर फसल इकट्ठी करनी है, तो पैदावार की मात्रा और गुण इस बात पर निर्भर करेंगे कि काम एक खास समय पर शुरू करके एक निश्चित अवधि में खतम कर दिया जाता है या नहीं। ऐसी सूरत में यह पहले से से होता है कि काम कितने समय में पूरा हो जाना चाहिये, जैसा कि हेरिंग मछली पकड़ने के बारे में होता है। एक अकेला मादमी तो, मान लीजिये, १२ घण्टे से ज्यादा बड़ा काम का दिन प्राकृतिक दिन में से नहीं निकाल सकता, मगर सहकार करने वाले १०० पावमी काम के दिन को १२०० घण्टे तक बढ़ा सकते हैं। काम को बहुत थोड़े समय में पूरा कर देना पावश्यक है, पर निर्णायक क्षण पाने पर बहुत सारा मम एक साप उत्पावन के क्षेत्र में लगा देने से समय की इस कमी को पूरा किया जा सकता है। काम सही समय पर पूरा हो जाता है, क्योंकि काम के अनेक संयुक्त दिनों का एक साथ उपयोग किया जाता है। काम कितना कारगर होगा, यह मजदूरों की संख्या पर निर्भर करता है। परन्तु यदि अलग-अलग काम करने वाले मजदूरों से इतना . - 1 "Est-il question d'exécuter un travail compliqué, plusieurs choses doi- vent être faites simultanément. L'un en fait une pendant que l'autre en fait une autre, et tous contribuent à l'effet qu'un seul homme n'aurait pu produire. L'un rame pendant que l'autre tient le gouvernail, et qu'un troisième jette le filet ou harponne le poisson, et la pêche a un succès impossible sans ce con- cours." ["यदि कोई पेचीदा ढंग का काम करना है, तो एक ही समय में कई चीजें करनी चाहियें। जब तक एक पादमी एक चीज करता है, तब तक दूसरा मादमी दूसरी चीज़ कर डालता है, और सब मिलकर ऐसा असर पैदा करते हैं, जो एक अकेला व्यक्ति कभी नहीं पैदा कर सकता है। एक पादमी नाव खेता है, दूसरा पतवार संभालता है, तीसरा जाल डालता है या मछली को कांटे में फंसाता है,-और मछली पकड़ने का यह संयुक्त उद्योग जितना सफल होता है, उतना सम्भवतया शक्तियों के इस मिलाप के प्रभाव में वह कमी नहीं हो सकता था।"] (Destutt de Tracy, उप. पु., पृ. ७८1) .
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