इन तालिकामों से यह निष्कर्ष निकलता है: ७८२ घोड़े गायें निरपेक्ष कमी निरपेक्ष कमी निरपेक्ष वृद्धि निरपेक्ष वृद्धि ७२,३५८ १,१६,६२६ १,४६,६०८ २८,८१६ तालिका (ख) मनानकी फसलें विभिन्न फसलों और घास के रकबे में कितनी वृद्धि या कमी हुई हरी फसलें घास और तिपतिया घास फ्लेक्स वृद्धि कमी वृद्धि कमी जोती-बोयी गयी कुल भूमि वृद्धि वृद्धि पूंजीवादी उत्पादन ४७,९६६ ३६,९७४ ७४,७८५ १९६२ ७२,७३४ १,४,७१९ १,२२,४३७ ७२,४५० १६,२७१ २,०५५ ६३,९२२ ८७,७६१ ८१,८७३ १,३८,८४१ ९२,४३१ २,३१७ ७,७२४ ४७,४८६ ६८,९७० १०,४६३ २५,२४१ १८६४ १९६५ १८६१ से १८६५ तक ५०,१५६ २८,२१८ - ४,२८,०४१ १,०७,९८४ ८२,८३४ १,२२,८५० ३,३०,८६० यदि हम और पीछे के मांकड़ों को देखें, तो और भी खराब स्थिति सामने पाती है। १८६५ में भेड़ों की संख्या ३६,८८,७४२ थी, पर १८५६ में उनकी संख्या ३६,६४,२९४ थी। सुअरों की तादाद १८६५ में १२,६६,८६३ थी, पर उसके पहले १८५८ में वह १४,०६,८८३ थी।
पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी १.djvu/७८५
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