पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी २.djvu/२४५

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२४४ पूंजी का आवर्त . .. है। स्थिति वास्तव में यही है। छठे हफ्ते के अंत में ६०० पाउंड मूल्य का उत्पाद परिचलन में पहुंच जाता है और नवें हफ्ते के अंत में द्रव्य रूप में वापस आ जाता है। साथ ही सातवां हफ़्ता शुरू होने पर पूंजी २ अपना क्रियाकलाप शुरू कर देती है और सातवें से नवें हफ्ते तक अगली कार्य अवधि की आवश्यकताओं को पूरा करती है। किंतु हमारी कल्पना के अनुसार नवें हफ्ते की समाप्ति तक केवल आधी कार्य अवधि पूरी होती । अतः ६०० पाउंड की पूंजी १, जो अभी वापस पायी ही है, दसवें हफ्ते के प्रारंभ में एक बार फिर कार्यशील हो जाती है और अपने ३०० पाउंड से दसवें से वारहवें हफ्ते तक के लिए आवश्यक पेशगी मुहैया करती है। इससे दूसरी कार्य अवधि का निपटारा हो जाता है। ६०० पाउंड का उत्पाद मूल्य परिचलन में है और पंद्रहवें हफ्ते के अंत में वापस आयेगा। इसके साथ ही ३०० पाउंड , मूल पूंजी २ की राशि , मुक्त हो जाते हैं और अगली कार्य अवधि के पूर्वार्ध में, अर्थात तेरहवें से पंद्रहवें हफ्ते के च कार्यशील हो सकते हैं। इन हफ्तों के बीत जाने पर ६०० पाउंड वापस आ जाते हैं ; इनमें से ३०० पाउंड शेप कार्य अवधि के लिए पर्याप्त होते हैं, और ३०० पाउंड अगली कार्य अवधि के लिए बच रहते हैं। इसलिए यह इस तरह होता है : पहली यावर्त अवधि : पहले से नवें हफ्ते तक । पहली कार्य अवधि : पहले से छठे हफ्ते तक। पूंजी १, ६०० पाउंड , कार्यशील है। पहली परिचलन अवधि : सातवें से नवें हफ्ते तक। नवें हफ्ते की समाप्ति , ६०० पाउंड वापस आ जाते हैं। दूसरी पावर्त अवधि : सातवें से पंद्रहवें हफ्ते तक । दूसरी कार्य अवधिः सातवें से बारहवें हफ्ते तक। पूर्वार्ध : सातवें से नवें हफ्ते तक। पूंजी २, ३०० पाउंड , कार्यशील है। नवें हफ्ते की समाप्ति , ६०० पाउंड द्रव्य रूप में (पूंजी १) वापस आते हैं। उत्तरार्ध : दसवें से बारहवें हफ्ते तक । पूंजी १ के ३०० पाउंड कार्यशील हैं। पूंजी १ के अन्य ३०० पाउंड मुक्त रहते हैं। दूसरी परिचलन अवधि : तेरहवें से पंद्रहवें हफ्ते तक । पंद्रहवें हफ्ते को समाप्ति , ६०० पाउंड (आधे पूँजी १ से और आधे पूंजी २ से ) द्रव्य रूप में वापस आते हैं। तीसरी पावर्त अवधि : तेरहवें से इक्कीसवें हफ्ते तक। तीसरी कार्य अवधि : तेरहवें से अठारहवें हफ़्ते तक। पूर्वार्ध : तेरहवें से पंद्रहवें हफ्ते तक । मुक्त हुए ३०० पाउंड अपना कार्य करते हैं। पंद्रहवें हफ्ते की समाप्ति, ६०० पाउंड द्रव्य रूप में वापस आते हैं। उत्तरार्ध : सोलहवें से अठारहवें हफ्ते तक। प्रत्यावर्तित ६०० पाउंड में से ३०० पाउंड कार्यशील रहते हैं, शेप ३०० पाउंड पुनः मुक्त रहते हैं। तीसरी परिचलन अवधि : उन्नीसवें से इक्कीसवें हफ्ते तक ; इसकी समाप्ति पर ६०० पाउंड द्रव्य रूप में फिर वापस आ जाते हैं ; इन ६०० पाउंड में पूंजी १ और पूंजी २ अब अविभिन्न रूप में मिल गई हैं। तो इस तरह इक्यावनवें हफ़्ते की समाप्ति तक ६०० पाउंड पूंजी की पाठ पूर्ण आवर्त अवधियां हैं ( १: १-६ हफ्ते तक ; २ : ७-१५; ३ : १३-२१; ४ : १६-२७ ; ५: २५-३३ ; .