पृष्ठ:कालिदास.djvu/३०

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पालिदाम।] दित्य के समय में थे। इसी पिछले राजा ने इण-नरेश मिहिरगुल को, ५३२ सिपी में, मुलतान के पास, फालर में परास्त फरके कणों को सदा के लिए भारत से निकाल दिया। इसी विजय के उपलक्ष्य में यह शकारि विक्रमादित्य फाइलाया। इस विपय में, श्रागे और कुछ लिखने के पहले, मुख्य मुख्य गुप्त-राजाओं की नामावली और उनका शासन- फाल लिख देना अच्छा होगा। इससे पाठकों को पूर्वोक पण्डितों की युक्तियाँ समझने में मुभीताहोमा। अच्छा, श्रय इनके नाम आदि सुनिए - (१) चन्द्रगुप्त, प्रथम, (विक्रमादित्य ), मृत्यु ३२६ ईसवी। (२) समुद्रगुप्त, शासन-काल ३२६ से ३७५ ईसवी तक। (३) चन्द्रगुप्त, द्वितीय, (विक्रमादित्य), शासन- फाल ३७५ में ४१३ ईसवी तक। (४), कुमारगुप्त, प्रथम शासन-काल ४१३ से J४० ईसवी तक। 1) नरसिंहराव शासन-काल ईसा की (७) यशोधर्मन् विक्र विश्रन्त से छठी शताब्दी मादित्य के प्रथमार्च तक। . इनमें से पहले छः राजाओं को राजधानी पुष्पपुर 4 (1) स्कन्दगुप्त शतानीका ... मादित्य बिक-