पृष्ठ:काश्मीर कुसुम.djvu/२८

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ने लिखा है कि महात्मा मुहम्मद इप्सी के समय में उत्पन्न हुए थे और इसको राज्य करते जब २५८ वर्ष बोते थे तब वह मक्के से मदोने गए अर्थात् सन हिजरो प्रारम्भ हुआ। ८८ विक्रमादित्य ३६५८।११।१३५१७ । ११ ५५५ । ६ | ५३७ । ५ ४२ 20 बालादित्य* ३६८६।११।१३५५८ । ११५७६ । ६ ५७८ । ५। ३० । गोनर्दवंश का अन्तिम राजा. मुसलमानों का नया- नन्द. मुसल्मान लेखकों ने लिखा है कि उपलाम नासक एक बड़ा पंडित, इस के समय में हुआ. इस के पास पचोस हज़ार खासेके घोड़े और तीन लाख सवार और रात को प्रकाश करनेवाले लाल थे। मुसल्मानों के अनुसार पहले इस का बेटा चन्द्रानन्द फिर उसका भाई रबाजीत फिर उससे छोटा अल- तादित गद्दी पर बैठा । ८१ दुर्लभवर्धन ३७३२।११।१३ ५८७ । ३ ५८४ । ६६५१ । ५ २६ । नामान्तर प्रज्ञादित्य. कर्कोटक वंश का. यज़दिजि- ई ( Yezdejerd ) का समकालीन । प्रतापादित्य (२)/३७८२।१११३ ६३३ । ३ ६३० । ६ ६५१ । ५, ५० नामान्तर दुर्लभक। चन्द्रापीड़३७८१ । ७।१३ ६८३ । ३ | ६८० १ ६ ७०१ । ५८१८ नामान्तर चन्द्रानन्द । बहुत धर्मिष्ठ था इसके समय में भो क्षमाविक्रम नाम का कोई राजा था। ८४ तारापीड़३७८५ । ८ । ७/६८१ । ११ ६८८ । २/ ७१० । ११ ४।०।२४ सुसलमानों का रबाजीत । ८५ / ललितादित्य ३८२२।३।१८६८५ । ११६८३1२/ ७१४ । १ | २६७|| चमार को एक झोपड़ी मन्दिर में पड़ती थी। वह ११ नहीं देता था। राजा ने स्वयं उस को राजी किया. कन्नौज के यशोवर्म से लड़ा. ख़ता और खुतन तथा २१