राज संख्या नाम राजापों के ट्रायर के मत से समय गत कलि कनिङहम के मत से समय विशेप वर्णन। विलसन की मत से समय राज्यकाल २६ कुवलयापीड 20 वजादित्य वारा गुजरात तिव्वत बंगाल तक जीता. नडा - तापी था. पृथ्वी में से राम लक्ष्मण को मूति मिली उन की प्रतिष्ठा को. मनद गौर सन्न हगामा निदान की चाल थी. शाहि शब्द मर्दार वाचवा था. ग. अति महाकवि इसी के समय में था. इस माय । देवताओं के भीतर द्रव्य भी रहता था. बाजा लोग जैन मतवालों का भी आदर करते थे । ३८२३।४।३ ७३२ । ७/७२८८७५० । ८१1०1९५ | ३८३०।४।३ | ७३३ । ७ ७३० । ८७५१ । ८७ मुसल्मानों से गुन्नाम वेंचने की चाल मोरनी. मग ल्मानों ने न गितादित्य का वेटा रमा वा रगानन्द उस का पुत्र सगरानन्द या शवानन्द राजा हया यह क्रम लिना है और इस के पीछे ललितादिल्य का छोटा नडवा प्रशस्त गद्दी पर बैठा. ३१ वपन तोनों ने राज्य बिया. इसके पीछे विजयानन्द ५ वर्षे राजा रहा फिर ३ वप सगरानन्ट का बेटा पति- काम राजा रहा. और फिर २ वर्ष अमदानन्द राजा २२
पृष्ठ:काश्मीर कुसुम.djvu/२९
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