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खग्रास

मे भी एकतिहाई कमी की जाय, तथा पूर्वी व पश्चिमी जर्मनी मे आणविक शस्त्रास्त्रो पर प्रतिबन्ध रहे।"

"ये चौकियॉ कहाँ-कहाँ रहेगी?"

"रूसी योजना के अन्तर्गत कुल ८२ निरीक्षण चौकियाँ होगी। ५४ पश्चिमी देशो मे तथा २८ कम्युनिस्ट गुट के राष्ट्रो मे, ६ अमरीका के पूर्वी राज्यो मे तथा ३ सोवियत संघ मे। ये चौकियाँ १९ देशो के रेलवे जक्शनो, बडे बडे बन्दरगाहो तथा राजमार्गों पर स्थापित होगी। ब्रिटेन, फास, नीदरलैण्ड, बेल्जियम, लक्समबर्ग, इटली, पश्चिमी जर्मनी, पूर्वी जर्मनी, चेकोस्लोवाकिया, पोलैण्ड, हंगरी, रूमानिया, बल्गारिया, अरबानिया, यूनान, तुर्की, ईरान, सोवियत सघीय क्षेत्रो के पश्चिमी सीमान्त तथा अमरीका के पूर्वी भाग मे इन चौकियो की स्थापना की योजना रूस ने रखी है।"

मुक्तिदूत

गूढ पुरूष आज प्रसन्न मुद्रा मे थे। प्रतिभा ताजा सेव काट-काट कर उन्हे देती जा रही थी और वह आरामकुर्सी पर पड़े खाते जा रहे थे। तिवारी को देखते ही वे प्रसन्न हो गए। उन्होने कहा—"आओ भैया, देखो कैसे बढिया सेव प्रतिभा ने उगाए है। १५ ही दिनो मे ये उगे है।" इतना कहकर गूढ पुरुष हो-हो करके हँसने लगे। तिवारी ने उनका चरण-स्पर्श करके प्रतिभा की ओर देखा। उनकी दृष्टि बड़े-बड़े सेवो से भरी सोने की रकाबी पर अटक गई। उन्होने एक सेव हाथ मे उठाकर आश्चर्य से कहा—"क्या यह सेव जिस वृक्ष पर फला है, वह अब से पन्द्रह दिन पूर्व ही बोया गया था?"

"नही तो क्या? लो चखो।" गूढ पुरुष बच्चो जैमी प्रसन्नता व्यक्त करने लगे।

प्रतिभा ने कहा—"आपको मै काट-काट कर नही दूँगी। दाँत से काट कर खाइए।"

"मै तो पापा से कुछ प्रश्न करूगा।"

"कैसा प्रश्न?" गूढ पुरुप ने मुह उठाकर कहा।