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खग्रास


"इसमे तो कोई शक नहीं कि आणविक बिजली का प्रसार एक नाटकीय क्षेत्र है।" लिजा ने आश्चर्य मुद्रा मे कहा।

"क्यो नही। अणुशक्ति के कल्याणकारी उपयोग असीम है। आप देखेंगे कि शीघ्र ही हमारे अणुशक्ति चालित मालवाहक जहाज समुद्र मे चलने लगेगे।" स्मिथ ने मुस्करा कर लिजा की ओर देखा।

"मै तो इस सूचना को भारत की दृष्टि से महत्वपूर्ण सूचना समझता हूँ। क्योकि अन्तर्राष्ट्रीय व्यापारिक यातायात के लिए उसे तीव्रगामी यातायात व्यवस्था की आवश्यकता है।" भूदेव ने हसकर कहा।

"अणुशक्ति चालित जहाजो की क्षमता का पता तो आपको अमेरिकन पनडुब्बी "नोटिलस' से लग सकता है, जिसने बिना ही दुबारा ईधन भरे दो वर्षों मे ६० हजार मील की यात्रा तय कर ली है। परन्तु आप अणु के एक अत्यन्त कल्याणकारी उपयोग को तो भूल ही रहे है।"

"वह क्या?"

"रेडियो आइसोटोप। संसार मे जो तत्व विद्यमान है, उनमे अणुओ की विभिन्नता पाई जाती है। इस विभिन्नता के कारण एक ही तत्व विभिन्न भारो मे हमे प्राप्त है। इन्हे ही हम 'आइसोटोप' कहते है। इनमे से कुछ स्वाभाविक रूप मे रेडियमधर्मी होते है तथा कुछ आणविक भट्टियो मे रेडियम धर्मी बना लिए जाते है। वैज्ञानिको ने इन रेडियो आइसोटोपो के सैकड़ों उपयोग खोज निकाले हे। रसायनशास्त्री, इजीनियर, कृषिशास्त्री, भूगर्भशास्त्री, चिकित्सक तथा अनुसन्धान कार्यों मे सलग्न व्यक्ति इनका उपयोग कर सकते है। यहाँ तक कि पुरातत्वशास्त्री भी इनकी उपयोगिता से लाभ उठा रहे है। चिकित्सक इनकी सहायता से कैन्सर जैसे घातक रोग का सही निदान कर सकते है। इस्पात के उत्पादक इस्पात की शुद्धाशुद्धि का सही पता लगा लेते है। वस्तुओ के डिब्बे बन्द करने वाले व्यक्ति को यह पता चल जाता है कि डिब्बा पूरा भरा है या नहीं। रबड़ के टायरो की घिसाई का भी पता लगाया जा सकता है। किसान यह पता लगा सकता है कि उसकी खाद कितनी अच्छी है। इन्ही के जरिए हजारो वर्ष पुरानी