पृष्ठ:ग़दर के पत्र तथा कहानियाँ.djvu/१६०

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नवोन प्रकाशित पुस्तकें लिली लेखक, ओपं० सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' । 'निराला जी के . दो उपन्यास अप्सरा और अलका गं० पु० मा० से प्रकाशित हो चुके हैं। इन दोनो उपन्यासों को हिंदी-संसार ने खूब अप- नाया-उनके प्रथम सुंदर संस्करण समाप्तप्राय हैं । लिली उन्हीं की लिखी हुई श्रेष्ठ कहानियों का संग्रह है-सरस और चमत्कारपूर्ण, संदर, स्वाभाविक, रोचक, काव्यमय, भाव-पूर्ण, सूक्ष्म चरित्र-चित्रण करनेवाली शिक्षा-प्रद और उत्साह-बद्धक कहानियों का अनूठा संग्रह । इतनी अच्छी और उच्च कोटि की कहानियाँ आपने अब तक नहीं पढ़ी होंगी। इन कहानियों को एफ वार पढ़ने से आपको कभी तृप्ति न होगी। बार-बार पढ़ने को आपका जी चाहेगा।छपाई-सफ़ाई बहुत सुंदर ! साथ में दो रंगीन चित्र भो । मूल्य १), सजिल्द ११ निठल्ल को राम-कहानी लेखक, श्रीपरिपूर्णानंदसी वर्मा परिपूर्णानंदजी अन्य विषयों के अतिरिक्त हास्य-रस के भी सिद्ध-हस्त लेखक हैं। यह आपको पुस्तक पढ़ने से भली भाँति विदित हो जायगा । यह कहने की आवश्यकता नहीं कि कहानी कैसी सभ्य, सुंदर, सरल, सरस और चुटीली भाषा में लिखी गई है। मनोरजन के साथ-साथ शिक्षा-प्रद भी है । छोटे-बड़े सभी पढ़कर इससे -