पृष्ठ:गीता-हृदय.djvu/२१६

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

२१४ गीता-हृदय अध्यात्म, अधिभृत, अधिदैव, अधियज्ञ