पृष्ठ:गोल-सभा.djvu/१२२

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११२ गोल-सभा लोग गिरफ्तार किए गए थे, वे डेढ़ साल से हवालात में सड़ रहे हैं। हमने अपने पत्र में जिन राजनोतिक कैदियों के छोड़ने का उल्लेख किया है, उनमें ये कैदी भी हैं। बंगाल, लाहौर के मामलों के संबंध में, जैसा कि लॉर्ड इरविन ने कहा है, हम समझते हैं कि कोई विशेष बात नहीं है। हम उन कैदियों के छोड़े जाने की बात नहीं कहते, जो खूनी अभियोगों में गिरफ्तार किए गए हैं। हिंसा हमारा ध्येय नहीं। खनी अभियुक्तों के छोड़ने की बात हम नहीं कह सकते । हाँ, उनके संबंध में इतना कह सकते हैं कि उनके मुकदमों के फैसले का इतना लंबा समय न लेकर साधारण समय में जो अदालत के लिये आवश्यक हो-निणय कर दिया जाय। हमें उन घटनाओं के संबंध में भी आश्चर्य है, जो खुली अदालत में कैदियों के साथ, अन्याय के रूप में, होती हैं, और वे भी उनके मुक़द्दमे के समय ! उस समय ये असाधारण आक्रमण न होने चाहिए। हम जानते हैं कि दुर्व्यवहारों के प्रति कैदियों ने अनशन किया है और अधिक दिनों तक किया है और अपने इस अनशन में मृत्यु की घड़ियाँ गिनने की अवस्था में वे पहुंच गए हैं । बंगाल-कौंसिल के द्वारा बंगाल-आर्डीनेंस स्थान मिला है, हम आर्डीनेंस को और इसके आधार पर बने हुए किसी भी कानून को बहुत अनुचित समझते हैं । बंगाल-कौंसिल के जिन सभासदों ने इसको पास किया है, वे देश के बहुत गैर जिम्मेदार आदमी हैं, उन्होंने इसको पास करके कुछ अच्छा नहीं किया, भविष्य में विदेशी