नवा अध्याय कपड़ों और शराब की दुकानों पर पिकेटिंग के संबंध में हमसे कहा जाता है कि वाइसराय पिकेटिंग-आर्डीनेंस उठा लेने के लिये तैयार हैं, किंतु लॉर्ड इरविन का कहना है कि यदि हमने आवश्यक समझा, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई, नए और पुराने कानूनों के आधार पर, कर सकेंगे। उन्होंने अपने पत्र में स्पष्ट प्रकट कर दिया है कि यदि हम आवश्यकता समझेंगे, तो उसे रोकने के लिये न केवल पुराने बरन् नवीन कानून बनाकर उपयोग में लावेंगे! नमक-कानून के संबंध में भी जिसका उल्लेख हमारे पत्र में किया गया है-जो कुछ लॉर्ड इरविन लिखते हैं, वह संपूर्ण असंतोष-जनक है । हम आपके सामने, इसके संबंध में, अधिक कुछ नहीं रखना चाहते, और न नमक-कर के संबंध में आपके सामने कोई बात रखने की जरूरत ही है। हमारे कहने का अभिप्राय यह कि हम अब तक कोई ऐसी बात नहीं देखते, जो हमारी परिस्थितियों पर संतोष-जनक उत्तर रखती हो। समझौते के संबंध में हम लोगों ने जो पत्र लिखा था, और उसके उत्तर में लॉर्ड इरविन ने जो पत्र लिखा है, इन दोनो पत्रों में अंतर है, और अंतर है जमीन-आसमान का! हमें विश्वास है कि आप यह पत्र श्रीमती सरोजिनी नायडू, सरदार वल्लभ- भाई पटेल और मि० जयरामदास-दौलतराम को दिखाएँगे, और उनकी सम्मति लेकर सर तेजबहादुर सप्र तथा मि० जयकर को अपना जवाब दे देंगे।
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