पृष्ठ:गोल-सभा.djvu/१७२

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गोल-सभा तरह से शक्तिशाली और संगठित होकर उससे अनुचित लाभ उठावेगा, और पूर्ण स्वतंत्र होने की चेष्टा करेगा। महासमर में भारतीयों तथा भारतीय नरेशों ने जो सेवाएँ की. उनके लिये ब्रिटेन उन्हें धन्यवाद देता है। पर उन्हें यह भी स्मरण रहे कि सभा का निर्णय पार्लियामेंट के सामने भी, बिल के रूप में, विचारार्थ उपस्थित किया जा सकता है। सभा ने ब्रिटेन से सारा संबंध-विच्छेद करने की घोषणा की है, जिसके लिये मुझे खेद है। ब्रिटेन की कंजरवेटिव पार्टी ( अनुदार-दल) पर इस घोषणा का बहुत प्रभाव पड़ा है। मिस्टर जयकर का यह कहना ठीक नहीं कि व्यापारिक क्षेत्र पर अँगरेजों का एकच्छत्र सामाज्य है । उसी प्रकार सर सर्प का भी यह कहना ठीक नहीं कि अँगरेज विदेशी की हैसियत से भारत पर शासन कर रहे हैं। अँगरेज भी भारत के निवासी हो गए हैं, और भारत में उनका कानूनी हक़ है । इसके अतिरिक्त उन्होंने भारत की बड़ी सेवाएं की हैं।" लॉर्ड पील के इस भाषण से फ्री-प्रेस की रिपोर्ट के अनु- सार भारतीय प्रतिनिधि नाराज हो गए थे; परंतु अगर सच पूछा जाय, तो लॉर्ड पील धन्यवाद के पात्र हैं, जिन्होंने प्रति- निधियों के लिये लच्छेदार शब्दों के जाल को छोड़कर दिल की सीधी-सीधी बातें कहने का दरवाजा खोल दिया। लॉर्ड पील के माषण की डॉक्टर मुंजे ने खूब धज्जियां उड़ाई, उनकी स्पष्ट- बादिता की प्रशंसा करते हुए उन्हें खूब मुंहतोड़ उत्तर दिया ।