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पृष्ठ:गोल-सभा.djvu/३०

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o गोल-सभा नेस निकालने पड़े, और लाठियों के प्रहार तथा कोड़ों को मार एवं और भी निर्दय व्यवहार करने पड़े, कुर्कियाँ और जन्तियाँ भी जिनमें सम्मिलित हैं । क्रांतिकारियों के बमनिर्माण, हत्याकांड और उनका क्षण-क्षण पर बढ़ता हुआ प्रभाव तथा उनके लिये पुलिस और सत्ता का कठोर शासन हमारे वर्णन का विषय नहीं। इस समय देश का मूल-मंत्र है 'इन्किलाब जिंदाबाद' और राजनीतिक ध्येय है 'पूर्ण स्वाधीनता' ।