किशोरी–पहले यह बताओ कि मायारानी कौन है और हम लोगों के साथ दुश्मनी क्यों करती है?
तारा- मायारानी जमानिया की रानी है, जमानिया में एक भारी तिलिस्म है। जिसके विषय में जाना गया है कि वह कुँवर इन्द्रजीतसिंह और आनन्दसिंह के हाथों से टूटेगा; मगर मायारानी चाहती है कि वह तिलिस्म न टूटने पावे, इसी सबब से वह इतना बखेड़ा मचा रही है।
किशोरी- और कमलिनी कौन हैं? मैं उनका नाम कई दफे सुन चुकी हूँ और यह भी मानती हूँ कि वह हम लोगों की मदद कर रही हैं।
तारा-मायारानी की दो बहिनें और हैं! (ऊंची साँस लेकर) एक तो ये कमलिनी हैं, जिनके मकान में आप इस समय बैठी हैं, अब मायारानी की चाल-चलन से रंज होकर उससे अलग हो गयीं और दोनों कुमारों की मदद कर रही हैं। और दूसरी सबसे छोटी बहन लाड़िली है जो मायारानी के साथ रहती है। मगर अब सुनने में आया है कि वह भी मायारानी से अलग होकर कमलिनी का साथ दे रही है।
किशोरी-और ये राजा गोपालसिंह और भूतनाथ कौन हैं?
तारा-भूतनाथ कमलिनी का ऐयार है और राजा गोपालसिंह जमानिया के राजा हैं, मायारानी इन्हीं की स्त्री है। पाँच वर्ष हुए जब यह बात मशहूर हुई थी कि राजा गोपालसिंह का देहान्त हो गया, यहाँ तक कि कमलिनी को भी इस बात में शक न रहा, क्योंकि उनके देखते राजा गोपालसिंह की दाह-क्रिया की गई थी। हां लोगों को अगर किसी तरह का कुछ शक था तो केवल इतना कि राजा गोपालसिंह को मायारानी ने जहर दे दिया। खैर, जमाने से राजा गोपालसिंह की जगह मायारानी जमानिया का राज्य कर रही है। इधर जब मायारानी ने दोनों कुमारों को कैद कर लिया तो कमलिनी उन्हें छुड़ाने के लिए जमानिया गई। उस समय कमलिनी को किसी तरह मालूम हआ कि राजा गोपालसिंह के विषय में मायारानी ने धोखा दिया था और वे मरे नहीं, बल्कि मायारानी ने उन्हें कैद कर रखा है। तब कमलिनी ने बड़े उद्योग से गोपालसिंह जी को कैद से छुड़ाया, मगर राजा साहब की यह राय हुई कि हमारे छूटने का हाल अभी किसी को मालूम न होना चाहिए, किसी मौके पर हम अपने को जाहिर करेंगे। मैंने यह जो कुछ आपसे कहा, बहुत ही मुख्तसिर में कहा है नहीं तो इस बीच में ऐसे-ऐसे काम हए हैं कि सुनने रो आश्चर्य होता है। मैंने जब भूतनाथ की जुबानी सब हाल सुना तो आश्चर्य और हँसी से मेरी अजब हालत थी।
किशोरी-तो तुम खुलासा क्यों नहीं कहतीं? क्या कहीं जाना है या कोई जरूरी काम है?
तारा-(हँसकर) जाना कहाँ है और काम ही क्या है? अच्छा, मैं कहती हूँ सुनिये।
तारा ने भूतनाथ का खुलासा हाल कह सुनाया। वह जिस तरह नागर और मायारानी को धोखा देकर उनसे मिल गया और जिस खूबसुरती से किशोरी और कामिनी को नागर की कैद से छुड़ा लाया, उसके कहने के बाद यह भी कहा कि भूतनाथ