पृष्ठ:चाँदी की डिबिया.djvu/५५

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दृश्य ३ ]
चांदी की डिबिया
 

बार्थिविक

मि० जॉन से कहो नीचे आवें।

[ मारलो चला जाता है और बार्थिविक बेचैन होकर कमरे में टहलने लगता है ]

आपकी और उसकी जान पहचान कितने दिन से है?

अपरिचित

केवल---केवल गुडफ्रा़इडे से।

बार्थिविक

मेरी समझ में नहीं आता, मैं फिर कहता हूँ, मेरी समझ में नहीं आता----

[ वह अपरिचित स्त्री को कनखियों से देखता है, जो आँखें नीची किए खड़ी हाथ मल रही है। इतने में जैक आ जाता है। उसे देखकर वह ठिठक जाता है और अपरिचित स्त्री सनकियों की भांति खिलखिला पड़ती है। सन्नाटा छा जाता है ]

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