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पृष्ठ:चाँदी की डिबिया.djvu/६०

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चाँदी की डिबिया
[ अड़्क १
 

[ वह तेज़ी से खिड़की की तरफ घूम जाता है ]

अपरिचित

[ मुसकुरा कर ]

तुम अपने होश में न थे, ठीक है न?

जैक

[ शर्म से मुसकुराकर ]

मुझे बहुत खेद है। लेकिन अब मैं क्या कर सकता हूँ?

बार्थिविक

हाँ कर सकते हो, तुम उसका रुपया लौटा सकते हो।

जैक

मैं जाकर तलाश करता हूँ, लेकिन सचमुच मेरे पास रुपए हैं नहीं।

[ वह जल्दी से चला जाता है, और बार्थिविक एक कुर्सी रखकर उस स्त्री को बैठने का इशारा करता है। तब ओठ सिकोड़े

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