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छाया
२०
 


कहकर अपनी छाती में उसे भोंक लिया और उसी जगह गिर गई,और कहने लगी-हीरा...हम...तुमसे...मिले ही... ...

चन्द्रमा अपने मन्द प्रकाश में यह सब देख रहा था ।