पृष्ठ:दक्षिण अफ्रीका का सत्याग्रह Satyagraha in South Africa.pdf/१५

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6 .. दक्षिण अफ्रीका का सत्याग्रह लिए प्रायः असम्भव है। फिर निण अफ्री में विचत श्रयदा कारमौर की तरह बड़े ऊँचे प्रदेश विनियत श्रथया शाश्मीर की तरह दस से चौदह हजार फोर ने नाममे यहाँ की 1 हवा सूखी और बरदारत होने लायक ठण्डी होती है। और इसी से दक्षिण अफ्रीका का बहुत-या हिम्मा ज्ञब के गैगियों के लिए अत्युत्तम माना जाता है। प्रेमा एक हिम्मा है जोहान्सबर्ग दक्षिण अफ्रीका की सुवर्णपुरी । जिम जमीन के दुले पर जोहान्स बर्ग बसा हुआ है, वह आज में ५० माल पहले बिलकुन थोरान था-सूखी घास खड़ी रहती थी। पर जब वहाँ मोन की खानों का आविष्कार हुआ, तब वहाँ जादू के नमान देवत-देवते घर बनने लगे और पान तो वहाँ विशाल सुशोमित्त अंगले बने हुए हैं। वहाँ के धनी लोगों ने, अपने खर्चे से, दक्षिण अफ्रीका के उप- आऊ स्थानों से प्रथा यूरोप से भी गम-एक पौव के पन्द्रह-पन्द्रह रुपये देकर मॅगाये और वहां लगाये हैं। इस पिछले इतिहास के न माननेवाले यात्रियों को तो आज ऐसा दिरगयो देगा मानों में पेड़ यहाँ कई समानों से लगे हुए दक्षिण अफ्रीका के तमाम विभागों का वर्णन मैं यहाँ नहीं करता थाइवा ! मैं तो सिर्फ उन्हीं विभागों का वर्णन करूँगा जो हमारे विषय से सम्बन्ध रखते हैं। दक्षिण अफ्रीका में दो हुकूमते हैं-(१) अंग्रेजी और (२) पोर्चुगीज । पोर्चुगीज भाग को डेला- गोधावे कहते हैं और हिन्दुस्तान से जाते समय दक्षिण अफ्रीका का यह पहला बन्दर है। वहाँ से नीचे आने पर पहली मिटिश रियासत नेटाल पाती है। नमके बन्दर को पोर्ट नेटान कहते हैं। पर हम उसे खर्चन के नाम से पहचानते हैं। दक्षिण अफ्रीका में भी वह आम तौर पर इसी नाम से प्रसिद्ध है। नेटाल का यह मासे वला शहर है। नेटास को राजधानी का नाम है पीटर