पृष्ठ:दक्षिण अफ्रीका का सत्याग्रह Satyagraha in South Africa.pdf/१७४

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विलायत को डेप्यूटेशन ट न्सवाज्ञ में 'खूनी कानून के प्रतिकार के लिए जो-जो

  1. प्रयत्न करने थे वेसब किये जा चुके। घारासभा ने

औरतों से सम्बन्ध रखलेवात्ञी धारा कानून से हटा दी। शेष कामून प्रायः वैसे ही पास कर दिया गया जैसा कि प्रकाशित

हुआ था। इस समय तो कौम मेंबहुत हिम्मत थो और उत्तता ही एका तथा सतैक्य भी था |इसलिए कोई निराश न हुआ | साथ ही यह निश्चय भी कायम रहा कि जितने बेध प्रयत्न हैं बेसब आजमा लिये जायें ।इस समय ट्रान्सवात्ञ क्राउन कालोनी था।

क्राउन कालोनी से मतक्षब है. सल्तनती संस्थान, जिसके कानून

और व्यवद्वार के लिए सम्राद्‌ सरकार उत्तरदायी है। मतलब

यह कि जिन कानूनों को सल्तनती संस्थान की धारासभा पास

करती हैउनके लिए बादशाद्दी सम्मति केवल आदर और व्यवहार के पाजन के लिए ही नहीं जी जाती किन्तु अपने मनन्‍्त्री-मण्ठत्त की सल्ांह से बादशाह उन कानूनों केलिए जो ब्रिटिशतंत्र के सिद्धान्त के खिल्ञाफ हो अपनी सम्मति देने से इन्कार कर सकता

है। ऐसा कई घार हो भी चुका है। इसके विपरीत उत्तदायित्व-