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विवाह गैर कानूनी ५ अच एक ऐसी घटना हुई कि जिसवो देखते हुए यह साहृम
लगा, मानो परमात्मा स्वयं अदृश्य रहते हुए भारतीयों की
,जौत के लिए कोई सामग्री तैयार कर रहे हों। और मानों दक्तिण
के गोरों के अन्यायों कोअधिक स्पष्ट रीति से बता देना
चाहते हों। हिन्दुस्तान सेक्रितने हो विव्राहित लोग दक्षिण अफ़िफा गये थे। क्ितनों ही की शादी वहीं हुई थी। भारतवर्ष
में यह कानून तो नहीं कि सामान्य विवाहों कोभी रजिस्टर
जाय | धार्मिक क्रिया काफी होती है। यहों प्रथा दक्षिण
भप्रिका में भी होनी चाहिए थी, और चालीस वर्ष सेइसी तरह भारतीय वहाँ रह भी रहे थे |भारत के भिन्न-मिन्न धर्मों के नियमाउसार जो विवाह द्ोते चल्ले जारहे थे उनमे सेअभीतक एक
रद नहीं समझा गया था |पर इस ससय एक ऐसा मामला >> दाक्षत में आया जिसमे न्यायाधीश ने यह फैसला सुनाया कि
क्षण अफ्रीका के कानून मे, उसी वियाद्द के लिए स्थान हैजो रसाई धम के अनुसार दोता है,--अथोत जो विधाह-अधिकारी मे दर्ज कर लिया जाता है,इसके अतिरिक्त अन्य किसी कर के वियाह के लिए उसमें स्थान नहीं है ।इसका परिणाम