पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/१९३

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को पन्तक । और अपना काता हुया नीसा और बैंजनी और लाल और झीने का बस्न लाई ॥ २६ । और समस्त स्त्रियों ने जिन के मनों ने उन्हें बुद्धि में उभाड़ा बकरियों के रोम काते ॥ २७॥ और प्रधान सूर्य कान एफाद और चपरास पर जड़ने का मणि लाय॥ २८ । और सुगंध द्रव्य और जलाने का तेल और अभिषेक का तेल और सुगंध लाय ॥ २९ । और क्या पुरुष और क्या स्त्री जिस का मन चा हा से। समस्त कार्य लिये जा परमेश्वर ने बनाने को मूमा की ओर से कहा था इसराएल के संतान परमेश्वर के लिये बांछित भेट लाये। ३० । तब मूसा ने दूसराएल के मंसानों से कहा कि देखा परमेश्वर ने ऊरी के पुत्र बजिलिऐल को जो हर का पोता और यहदाह के कुल का है नाम लेके बुलाया। और उस ने उसे बुद्धि और समझ में ज्ञान में और समस्त प्रकार की हथौटी में परमेश्वर के यात्मा से भर दिया। ३२। और अपनी बुद्धि से हथौटौ का कार्य निकाले जिसने सेोने और रूपे और पीतल के कार्य करे। ३३ । और मणि को खोदने और जड़ने में और काष्ठ के खादने में जितने समस्त प्रकार को हयाटी के कार्य करे॥ ३४ । और उस ने उस के और अखिसमक के बेटे अहलिव को जा दान के कुल से है मन में डाला॥ ३५ । और उन के अंतःकरणों में ऐसा ज्ञान दिया कि खोदक के और हथौटक के और बूटा काढ़क के समस्त कार्य में और नौला और बैंजनी और लाल और मीने वस्त्र में और जोलाहे के कार्य में और हथौटी के कार्य में जो बुद्धि से निकालते हैं। ३६ हतीसा पच ब बजिलिऐन और अहलिअब और मब बुद्धिमानों ने जिन में परमेश्वर ने बुद्धि और ममुझ रखी थी कि मंदिर के शरण स्थान को सेवा के समस्त प्रकार के कार्य जमा कि परमेश्वर ने समस्त प्राज्ञा उन्हें दिई वैसा उन्हों ने किया। २। सो मस। ने वजिजिएल और अहलि अब और हर एक बुद्धिमान को जिस के हृदय में परमेश्वर ने बुद्धि और डाली थी और हर एक जिम के मन ने उसे उभाड़ा था कि कार्य करने के लिये पास भावे ॥ ३ । और उन्हों ने मूमा के हाथ से समन भेट जिसे इसरा- । समक