पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२४४

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[२० पब २३६ लैव्यव्यवस्था समझोर तीन बरम लेने 'तुम्हारे लिये अखतनः के तुल्य रहे बुह खाया न जायगा ॥ २४ । परंतु चौधे बरम उस के सारे फल परमेश्वर की स्तुति के लिये पविब हांगे ॥ २५ । और पांचवें बरस तुम उस का फल खाओ जिसने तुम्हारे लिये अपनी बढ़ती दवे में परमेश्वर तुम्हारा ईश्वर हं॥ २६ । तुम लोह सहित मत खाओ और टोना मत करो और समयों को न मानो। २७। तुम अपने मिरों के बालों को गोलाई से मन मुड़ाओ और अपनी दाढ़ी के कोनों को मत बिगाड़ा मृतकों के लिये अपने मांस को मत काटो और अपने ऊपर गादने से चिन्ह मत करो मैं परमेश्वर हूँ । २६ । बेश्या बनाने के लिये अपनी कन्या से व्यभिचार मन करा एमा न होवे कि देश बेश्यागामी में पड़े और दुष्टता से परिपूर्ण हावे॥ ३० मेरे विश्राम के दिनों का पालन करो और मेरे पवित्र स्थान की प्रतिष्ठा करो मैं परमेश्वर ह॥ ३ । ओझा को मत मानो और टीन्हों का पोका करके आप को अशुद्ध मत करो में परमेश्वर नम्ह राई र हूं ॥ ३२ । पके बालों के आगे उठ खड़ा हो और पुरनिया के रूप को प्रतिष्ठा दे और अपने ईश्वर से डर मैं परमेश्वर हं॥ ३३। यदि तुम्हारे देश में परदेशी टिके तो तुम उस को मत खिजा परंतु परदशी को जो तुम्में बास करता है ऐसा जानो जैसा कि वह तुमें जन्मा और उसे अपने तुल्य प्यार करो इस लिय कि तुम मिस्र को भमि में परदेशी थे मैं परमेश्वर तुम्हारा ईश्वर हूं ॥ ३५ । बिचार में परिमाण में तौल में मापने में अधर्म मत करो ॥ ३६ । धर्म का तुला धर्म का नया धर्म को दमसेरिया और धर्म की पसेरी तुम्में होवे में परमेश्वर तुम्हारा ईश्वर हूं जो तुम्हें मिस की भूमि से निकाल लाया ॥ ३७। सो तुम मेरी समस्त विधि और मेरे विचारों को पालन करो और उन्हें मानो मैं परमेश्वर ई॥ २० बीमयां पर्च। फर परमेश्वर मसा से कह के बाला॥ २। कि अब तू इमराएल के संतानों को फे. वह कि जो कोई इसराएल के संतानों में से अथवा परदेशी जो उन का है अपने वंश में से मालक को भेंट चढ़ा 3