पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२८२

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२७४ गिनतो [७ पन्य से भरे हुए। एक बछड़ा एक मेंढ़ा पहिले बरस का एक मेम्ना ॥ १६ । पाप की भर के लिये एक बकरी का मेम्ना ॥ १.७। और कुशल की भेंट के बलिदान के लिये दो बैल पांच मेंढ़े पांच बकरे पहिले बरस के पांच मेम्ने ये अमिनदव के बेटे नहशन की भेंट ॥ २८। दूसरे दिन सुग्र के बेटे नतनिपल ने जो दूशकार का अध्यक्ष था अपनी भेट चढ़ाई, ॥ १६। और उस की भेट यह थी चामे तीन सेर भर चांदी का एक थान और चांदी का एक करोरा एक सेर डेढ पाव का पवित्र स्थान की तौल से ये दोनों के दोनों भोजन की भेंट के लिये तेल से मिले हुए चोख पिसान २० । सोने की एक करछुल एक मो सवा पत्तर भर धूप से भरी हुई.॥ २१। एक बछड़ा एक मेंढ़ा पहिले बरम का एक मेना होम की भेट के लिये ॥ २२ पाप की भेंट के लिये बकरी का एक मेम्ना॥ ॥ २३॥ २३ । र कुशल की भेंट के बलिदान के लिये दो बैल पांच मेंढ़े पांच बकरे पहिले बरस के पांच मेम्ने सय के बेटे मनिऐन की भेंट थी॥ २४। तीसरे दिन हैलून के पुत्र इलिब ने चढ़ाई जो जबुलून के बंश का अध्यक्ष था। २५ । उस की भेंट यह थी पौने तीन सेर चांदी का एक थान और एक सेर डेढ़ पाव का चांदी का कटोरा पवित्र स्थान की नौल से दोनों के दोनों भोजन की भेंट के लिये तेल से मिले हर चरखे पिमान से भरे हुए ॥ २६ । सोने की एक करकुल सवा पनर भर धूप से भरी हुई ॥ २७॥ एक बछड़ा एक मेंढ़ा पहिले वरम् का एक मेम्ना हाम को भेंट के लिये ॥ २८॥ बकरी का एक मेम्ना पाप की भेंट के लिये ॥ २६ । और कुशल की भेंट के बलिदान के लिये दो बैल पांच में पांच बकरे पहिले बरस के पांच मेम्ने हैलून के पत्र इलिअब की भेंट थी॥ ३० । चौथे दिन शदे जर के बेटे इलिटर ने चढ़ाई जो रूविम के वंश का अध्यक्ष था॥ ३१ । उस की भेंट यह थी चांदी का एक थाल पौने तीन सेर का और चांदी का एक कटेरा एक सेर डेढ़ पार का पवित्र स्थान की तैपल से थे दोनों के दोनों भाजन की भेंट के लिये तेल से मिले हुए चेखि पिमान से भरे हुए ॥ ३२। सोने की एक करकुल एक सौ सवा पछतर भर धूप से भरी हुई। ३३ । होम को भेंट के लिये एक बछड़ा एक मेंढा पहिले एक