पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/३५०

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३४२ गिनती [३६ पब ३६ छतीसवां पञ्च। नाद के संतान के घराने के पितरों के प्रधान और यूसुफ के पंतान के घराने में से मुनसौ के बेटे माखीर के बेटे जलशाद के संतान के घराने के पितरों के प्रधान आक मूमा के धागे और इसराएल के संतानों के आगे पितरों के प्रागे बोले ॥ २॥ कि परमेश्वर ने मेरे प्रभु को आज्ञा किई कि चिट्ठी डाल के देश का दूसराएल के संतानों को अधिकार के लिये देवे और हमारे प्रभ ने परमेश्वर की आज्ञा से कहा कि हमारे भाई मिलाफि हाद का अधिकार उस की बेटियां को दिया जाय ॥ ३ ॥ सो यदि वे इमराएन के संतानों को और गोष्ठियां के बटर में से किसी के साथ ब्याही जांब तो उन का अधिकार हमारे पितरों के अधिकार से निकल जायगा और उम गोष्ठी के अधिकार में जहां वे ब्याही गई मिल जायगा सो हमारी चिट्ठी का अधिकार घट जायगा। ४। और जब इमराएल के संतानों के आनंद का बरस आवे नव उन का अधिकार उस घराने के अधिकार में जहां वे ब्याही गई मिल जायगा और उन का अधिकार हमारे पितरों को गाडी के अधिकार में से निकल जायगा। ५ । नब मसा ने परमेश्वर की आज्ञा से इसराएल के संतानों से कहा कि यसुफ के सतान की गोष्ठो अच्छा का हती है ॥ ६ । सा परमेश्वर सिलाफि हाद की बरियों के विषय में या आज्ञा करता है कि वे जिस्म चाहं उससे ब्याह कर केवल अपने पिता की माष्ठी में ब्याह करें॥ ७। जिसने इमराएल के संतानों का अधिकार रक गाठी से दूसरी गोष्ठी में न जाने और दूसराएल के संतान में से हर जग आपको अपने ही पितरों की गाड़ी के अधिकार में रक्खे ॥ ८। और हर एक बी दूसराएल के संतानों को किसो गोष्ठी में अधिकार रकये अपने बाप हो के घराने की गोष्ठी में से एक को पनी हो जिसने इसराएल के संतान में हर जन अपने पिता के अधिकार पर स्थिर रहे। ६ । और अधिकार एक गोष्ठी में से दूसरी गोष्ठी में न जाय परंतु दूसराएल के संताभ के चरानों में हर एक जन अपने अधिकार में आप को रक्खें । १० । से मिलाफि हाद की बेटियों ने बैसा ही किया जैसी परमेश्वर ने मसा को माना किई थी॥ ११॥