पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/४३९

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को पुस्तक दोनों तरुण भेदिय चले गये और राहब को उस के पिता और उसकी माता और उस के भाइयों और सब जो उम का था और उस के समस्त घराने समेत निकाल लाये और उन्हें दूसराएल के संतानों की छावनी के बाहर रख छोड़ा। २४। फिर उन्हों ने उस नगर को और मब जो उस में थे आग से फूंक दिया परंतु चांदी और सेना और पीतल और लोहे के पात्र परमेश्वर के घर के भंडार में पहुंचाये। २५ । और यहू- सूत्र ने राहब गणिका को और उस के पिता के घराने को और सब जो उस का था बचाया और उस का निवास आज लो इसराएल के संतानो में है दूस कारण कि उस ने उन भेदियों को जिन्ह यहसूत्र ने यरीहू का भेजा था किपाया ॥ २६ । और यहूसूत्र ने उस समय किरिया खाई और कहा कि जो मनुष्य उठे और यरीहू के नगर को फिर बनावे बुह परमेश्वर के आगे सापित होगा और अपने पहिलोठे पर उस की नंब डालेगा और अपने छोटे पर उसके फाटक को खड़ा करेगा॥ २७॥ सो परमेश्वर यहसूत्र के साथ था और समस्त देश में उस को कौर्ति । ७ सातवां पढ़। -रन्तु इसराएल के संतानों ने खापित बस्तु के विषय में अपराध पुत्र के पुत्र ने जो यहूदाह की गोष्ठी का था कुछ नापित बस्त में से लिया और परमेश्वर का कोप दूसराएल के संतानों पर भड़का ॥ २। तब यहसूत्र ने यरीहू से अई में जो वैतअबन के लग वैतराल को पूर्व और है लोगों को भेजा और उन्हें कहके बोला कि जाओ और देश को देख अायो से वे गये और अई को देख आर्य ॥ ३ । और वे यहसूअ पास फिर आये और उसमे कहा कि ममस्त लोग न चढ़ें केवल दो अथवा तीन महस जन के लग भग जायें और अई को मारें और मब लेगों को परिश्रम न दौजिये क्योंकि वे थोड़े हैं। ४ । से लोगों में से तीन सहन के लग भग चढ़ गय और अई के लोगों के आगे से भागे। ५ । और बई के लोगों ने उन में मे छत्तीस मनुष्य मार लिये क्यांकि वे फाटक के आगे से लेके शबरीम लो