पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/४७७

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को पुमाक। ७। जिस २२ पच्च] तुम से बाचा बांधी है॥ ६ । इस लिये सब जो मूसा की व्यवस्था को पुस्तक में लिखा है उन्हें पालन करने का और धारण करने को हियाव करो जिसने दहिने अथवा बाय हाथ न मुड़ो। तुम इन जातिगणा में जो तुम्हों में बचे हैं मत जाया और उन के देवे के नाम मत लेओ और उन को किरिया मत खाओ और उन की सेवा मत करो और न उन को दंडबत करो ॥ ८। परंतु परमेश्वर अपने ईवर से लोलौन रहे। जैसा आज के दिन लो रहे हो। <। क्योंकि ईश्वर ने तुम्हारे आगे बड़े बड़े और बलवत जानिगणे को नष्ट किया परंतु कोई आज के दिन लो तुम्हारे साम्ने ठहर न सका। १.। तुम्में से एक पुरुष महन को खेदेगा क्यांकि परमेश्वर तुम्हारा ई पर है जो तुम्हारे लिये लड़ता है जैसी उस ने तुम से बाचा बांधी है॥ ११ ॥ इस लिये अपने प्राण को अत्यंत चौकसी से रकवा और परमेश्वर अपने ईवर को प्यार करो॥ १२ । यदि तुम किसी रीति से फिर जाओ और इन्हीं जातिगणों में मिल जाओ जो तुम्हारे मध्य बचे हैं और उन के साथ विवाह करो और उन में आया जाया करो॥ १३। तो निश्चय जानो कि परमेश्वर तुम्हारा ईश्वर फिर उन लोगों को तुम्हारे आगे से दर न करेगा परंतु वे तुम्हारे लिये फंदे और जाल और तुम्हारे पंजरों में कड़ियां और तुम्हारी आँखों में कांटे होंगे यहां ले कि उस अच्छे देश में से जो परमेश्वर तुम्हारे ईश्वर ने तुम्हें दिया है तुम नाश हो जाओ॥ १४ । और देखो आज के दिन में समस्त प्रथिवी के मार्ग जाता है और तुम अपने सारे मन में और सारे प्राण में जानते हो कि उन सब भत्ती बातों से जो जो परमेश्वर तुम्हारे ईश्वर ने तुम्हारे विषय में कहीं हैं एक भी न घटी परंतु सव की सब पूरी हुई और एक भी न घटी। १५ । सो ऐसा होगा कि जिस रीति से बुह सारी भलाइयां जिन के कारण परमेश्वर गुन्हारे ईश्वर ने बाचा बांधी थी तुम्हारे आगे आई उसी रीति से परमेश्वर मारी बुराइयां तुम पर लावेगा यहां ला कि उस अच्छे देश में जो परमेश्वर तुम्हारे ईश्वर ने तुम्हें दिया है तुम्हें नाश करे॥ १६। जब तुम परमेश्वर अपने ईश्वर की उम वाचा को जो उस ने नम से बांधी भंग करोगे और जाके और देवता की सेवा करोगे और उन्हें दंडबत करोगे