पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/८३

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को पुस्तक। आया। ३६ पबै] ने कूच किया और अपना तंब अट्र के गुम्मट के उस पार खड़ा किया । २२। और जब इसराएल उस देश में जा रहा तो यो हुआ कि रुविन गया और अपने पिता की मुरैतिन के संग अकर्म किया और इसराएल ने सुना अब यअकब के बारह वरे थे॥ २३ । लीयाह के बेटे रूविन यअकब का पहिलोठा और समऊन और लाधी और यहूदाह और इश्कार और जवूनन ॥ २४ । और राखिल के बेटे यूसुफ और विनय- मौन॥ २५ । और राखिन्न की सहेली बिलहः के बरे दान और नफताली॥ २६। और लियाह की सहेली जिलफा के बेटे जद और यमर यअकूब के बेटे जो फद्दानअराम में उत्पन्न हुए ये हैं ॥ २७ । और यअकब अरबः के नगर में जो हबरून है ममरी के बीच अपने पिता इज़हाक पास जहां अबिरहाम और इजहाक ने निवाम किया था २८। और इज़हाक एक मो अस्मी बरम का हुआ। और इज हाक ने प्राण त्यागा और बूढ़ा और दिनी होके अपने लोगों में जा मिला और उस के बेटे एसौ और यअकूब ने उसे गाड़ा। ३६ छतीसवा पब्ब । U -मी की जो अट्टम है वंशावली यह है। २। एसा ने कनान को लड़कियों में से ऐलून हत्ती की बेटी आदः को और अहलि बामः को जो अनाह की बेटी हबी सबजन की बेटी थी। ३। और इस- मएल की बेटी नबायोत की बहिन वशामत को ब्याह लाया। और एमी के लिये आदः इलौफज को जनी और बशामात से रफएल उत्पन्न हुआ॥ ५। और अहलिवामः से यश और यअलाम और करह उत्पन्न हुए ये एमो के बेटे हैं जो उस के लिये कनान की भूमि में उत्पन्न हुए॥ ६ । और एम अपनी पत्नियों और बेटी और बेटियां और अपने घर के हर एक प्राणी और अपने ढार को और अपने सारे पश को और अपनी मारी मपत्नि को जो उस ने कनान देश में प्राप्त किई थी ले के अपने भाई यत्रकब पाम से देश को निकल गया। । क्यांकि उन का धन ऐमा बन्द गया था कि वे एकटे न रह मक्त थे और के पशु के कारण । से उन के परदेश की भूमि उन का भार न उठा [A. B.S.] ४॥ उन 10