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पृष्ठ:धर्म के नाम पर.djvu/५६

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चौथा अध्याय

अत्याचार

अन्धविश्वास के साथ क्रोध का खूब दोस्ताना है। क्योंकि जो आदमी अन्धविश्वासी हैं उनके पास युक्तियाँ नहीं। वे अपनी दुर्बलता को क्रोध में छिपाते हैं। उमर जो मुसलमानों का तीसरा खलीफा था एक आदर्श अन्धविश्वासी मुसलमान था। जो कोई भी उससे उसके धर्म में तर्क करता—उसका जवाब वह तलवार से देता था। वह एक भारी डीलडौल का आदमी था। उसका शरीर काला, आँखें लाल, और सिर बिलकुल सफाचट था। वह सदा एक चमड़े का कोड़ा अपने पास रखता था। और उससे बदमाशों और मुसलमानी धर्म की निन्दा करने वाले कवियों की मरम्मत किया करता था। एक बार वह जब युद्ध करने को ईसाइयों के किसी नगर पर गया था तो ईसाइयों ने उससे कुछ धर्म सम्बन्धी प्रश्न पूंछे इस पर उसने तलवार निकाल कर कहा—मेरा उत्तर सिर्फ यह तलवार है।