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पृष्ठ:नारी समस्या.djvu/११

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जो पुस्तक प्रकाशित कर रही हैं, उसकी ओर स्नेह और आदर की दृष्टि रखकर, 'मैं यह भूमिका समाप्त करती हूँ । उन्होंने साहित्य-मन्दिर में प्रवेश किया है । परमेश्वर उनकी गति को इसी प्रकार कायम रखें, ऐसी मेरी सदिच्छा है।

सरस्वती निकेतन -सौ. कमलाबाई किबे इन्दौर, सी. आई.