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अङ्क २]
[दृश्य १
न्याय
क्या नोट दूँ? तब शायद मुझे मालूम हुआ कि मैंने क्या किया। जब मैं बाहर आया, तो जी में आया किसी मोटर के नीचे दबकर मर जाऊँ। मैंने चाहा रुपयों को फेंक दूँ, लेकिन फिर मुझे उसकी याद आई और मैंने उसे बचाने की ठान ली। चाहे कुछ भी हो, यह सच है कि सफ़र के टिकट के रुपए और जो कुछ मैंने उसको दिए थे सब मिट्टी में मिल गए। लेकिन बाक़ी रुपए मैंने बचा लिए हैं, मैं सोच रहा हूँ मैंने यह काम कैसे किया, क्योंकि यह मेरा स्वभाव नहीं है।
[फ़ाल्डर चुप हो जाता है और हाथ मलता है।]
फ़्रोम
तुम्हारे आफ़िस से बैंक कितनी दूर है?
फ़ाल्डर
कोई पचास गज़ से अधिक न होगा।
फ़्रोम
डेमिस के चले जाने के बाद से तुम्हारे चेक भुनाने में कितना समय लगा होगा?
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