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अङ्क २]
[दृश्य १
न्याय

वकील के दफ़्तर में क्लर्क का नाम करते हो यह इस मामले में एक बड़ी भारी बात है। यह तुम किसी प्रकार भी नहीं कह सकते कि तुम्हें अपराध की भीषणता या उसके दण्ड का पूरा ज्ञान नहीं था। हाँ, यह कहा गया है, कि तुम्हारे मनोभावों ने तुम्हें अस्थिर बना दिया था। हनीविल से जो तुम्हारा रिश्ता था उसका वृत्तान्त आज कहा गया है, उसी वृत्तान्त पर सफ़ाई और दयाप्रार्थना दोनों ही का आधार रक्खा गया है। दया की प्रार्थना केवल उसीपर से की गई है। अच्छा, अब वह वृत्तान्त क्या है? तुम एक युवक हो और वह एक विवाहिता युवती है, यद्यपि उसका विवाहित जीवन दुखी है। तुम दोनों का आपस में प्रेम हो गया। तुम दोनों कहते हो कि वह सम्बन्ध अपवित्र और कलुषित नहीं था। मैं नहीं जानता कि यह बात कहाँ तक सच है। फिर भी तुम स्वीकार करते हो कि शीघ्र ही वह होनेवाला था। तुम्हारे वकील ने इस बात पर पर्दा डालने के लिए यह कहा है कि उस औरत की अवस्था बड़ी ही करुण थी। मैं अपनी राय इस विषय में नहीं देना चाहता। मैं इतना जानता हूँ कि वह एक विवाहिता स्त्री है, और यह खुली

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