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अङ्क ३]
[दृश्य २
न्याय

दारोग़ा

कहिए।

डाक्टर

मैं तो कोई ख़राबी नहीं पाता हूँ। हाँ, कुछ घबड़ाया ज़रूर है।

दारोग़ा

क्या उसकी हालत की इत्तला देनी चाहिए? सच कहो, डाक्टर।

डाक्टर

बात तो यह है, उसे इस प्रकार एकांत में रखने से कोई फ़ायदा नहीं हो रहा है। परंतु यह बात तो मैं बहुतों के लिए कह सकता हूँ।

दारोग़ा

आपका मतलब है कि आपको औरों के लिए भी सिफ़ारिश करनी पड़ेगी।

२०१