पृष्ठ:न्याय.pdf/२१०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
अङ्क ३]
[दृश्य ३
न्याय

दरवाज़े के पास कुछ नीचे एक वर्ग फुट का मोटा काँच का पर्दा है जो दीवार में लगी हुई गैस की नाली के द्वार को छेके हुए है। एक लकड़ी का स्टूल भी रक्खा है। उसके नीचे जूते रक्खे हैं। खिड़की के नीचे तीन चमकदार टीन के डब्बे जड़े हुए हैं।

दिन शीघ्रता से ढल रहा है फ़ाल्डर मोज़ा पहिने हुए दरवाज़े से सिर लगाकर (मानो कुछ सुन रहा हो) चुपचाप खड़ा है। वह दरवाज़े के कुछ और पास बढ़ता है, पैरों में मोज़ा रहने के कारण शब्द नहीं होता। वह दरवाज़े से सटकर खड़ा होता है। वह खूब कोशिश करता है कि बाहर की कोई बात उसे सुनाई दे जाय। अचानक वह उछलकर सीधा सांस बन्द करके खड़ा होता है मानो किसी की आहट पाई हो। फिर एक लम्बी साँस लेकर वह अपने काम (कमीज़) की ओर बढ़ता है और सिर नीचा करके उसे देखता है। सूई लेकर दो एक टाँके लगाता है। उसकी मुद्रा से प्रकट होता है, कि वह रंज में इतना डूबा है कि हर एक टाँका मानो उसमें स्फूर्ति का संचार कर रहा है। फिर यकायक काम छोड़कर वह इस तरह कोठरी में टहलने लगता है जैसे पिंजड़े में जानवर। फिर दरवाजे के पास खड़ा होता है, कुछ सुनता है, फिर हथेली को फैलाकर दरवाज़े पर रखता है, और माथे को दरवाज़े से टेक लेता है। वहाँ से मुड़कर धीरे धीरे उँगली

२०६