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अङ्क ३]
[दृश्य ३
न्याय

को दीवार की ऊँची रंगीन लकीर पर फेरता हुआ वह खिड़की के पास आता है। वहाँ आकर ठहरता है, और टीन के डब्बे का एक ढकना उठाकर देखता है मानो अपने ही चेहरे का एक साथी बनाना चाहता हो। बहुत कुछ अँधेरा हो गया है। अचानक उसके हाथ से टीन का ढक्कन झन-झन शब्द के साथ गिर पड़ता है। सन्नाटे में इस आवाज़ से वह कुछ चौंक उठता है। वह उस कमीज़ की ओर एक नज़र से देखता रहता है जो दीवार पर लटकी हुई है, और अँधेरे में कुछ सफ़ेदी दिखाई देती है। ऐसा मालूम होता है मानो कोई चीज़ या किसी आदमी को देख रहा हो। खट से एक आवाज़ होती है, कमरे के अन्दर की गैस की बत्ती जो शीशे के आइने में है जल उठती है। कमरे में खूब उजाला होने लगता है, फ़ाल्डर हाँफता हुआ नज़र आता है, अचानक दूर पर कोई शब्द होता है मानो धीरे-धीरे किसी धातु पर कोई चीज़ ठोकी जा रही हो। फ़ाल्डर पीछे खिसकता है, उससे यह अचानक आनेवाला शोर नहीं सुना जाता। परन्तु आवाज़ बढ़ती जाती है मानो कोई बड़ा ठेला कोठरी की ओर आ रहा हो। फ़ाल्डर मानो इस आवाज़ से सम्मोहित होता जाता है। वह यकायक इंच दरवाज़े की ओर खिसकता है, धम-धम की आवाज़ कोठरियों को पार करती हुई और भी पास आती जाती है। फ़ाल्डर हाथ हिलाने लगता है मानो उसकी

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