पृष्ठ:न्याय.pdf/३७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
अङ्क १़]
[दृश्य १
न्याय

कोकसन

आँ–हाँ।

[वह हंस पड़ता है और फिर यकायक गंभीर होकर कहना है]

मैं उस युवक के लिए बहुत दुःखित हूँ। मिस्टर जेम्स, मुझे अपने लड़के के लिए भी इससे अधिक दुःख न होता।

जेम्स

बुरी बात है।

कोकसन

सब काम ठीक चलता हो वहाँ यकायक ऐसी वारदात हो जाय! आफ़त है और क्या। आज खाना भी न रुचेगा।

जेम्स

ऐं–यहाँ तक नौबत पहुँच गई?

कोकसन

चिंता में डालनेवाली बात है।

२९