पृष्ठ:न्याय.pdf/३८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
अङ्क १़]
[दृश्य १
न्याय

[धीरे से]

वह ज़रूर किसी लालच में पड़ गया होगा।

जेम्स

इतनी जल्दी नहीं, कोकसन। अभी उस पर दोष भी तो नहीं साबित हुआ है।

कोकसन

अगर मुझे एक महीने की तनुख़्वाह न मिलती तो मुझे अफ़सोस न होता, मगर यह तो—

[सोचता है]

जेम्स

मैं ख़्याल करता हूँ वह जल्दी पहुँचेगा।

कोकसन

[खजान्ची के लिए सब सामान ठीक कर]

पचास गज़ भी तो नहीं है यहाँ से; अभी एक मिनट में आ पहुँचता है।

३०