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अङ्क २]
[दृश्य १
न्याय

सड़क पर मारे-मारे फिरने के और कुछ भी नहीं कर सकती थी। क्योंकि कोई काम न जानने वाली औरत के लिए अपना और अपने बच्चों का पालन करना आसान काम नहीं। यह अब उसे मालूम हो रहा है। या तो वह सरकारी ख़ैरात-ख़ाने में जाती या अपनी लाज बेचती।

जज

आप अपने विषय से बहुत दूर चले गए, मिस्टर फ़्रोम।

फ़्रोम

मैं एक मिनट के अन्दर अपना आशय बतला दूँगा, हुज़ूर।

जज

खैर, कहो।

फ़्रोम

महोदय! विचार कीजिए। यह औरत स्वयं आएको ये बातें बतायेगी और अभियुक्त भी उसका समर्थन करेगा,

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