पृष्ठ:पउमचरिउ.djvu/२६८

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क०५,१-९,६,१-३] छट्ठो संधि 10 सिरिकण्ठहों ताम मन्ति कहइ 'किं वह वाणर-दीउँ लइ ॥१ जहिँ किक्कु-महीहरु हेम-इलु विप्फुरिय-महामणि-फलिह-सिलु ॥ २ पंवलङ्गुरु इन्दणील-गुहिल ससिकन्त-णीर-णिज्झर-वहलुं ।। ३ मुत्ताहल-जल-तुसार-दरिसु जहिँ देसु वि तासु जे अणुसरिसु ॥ ४ ॥ अहिणव-कुसुमइँ पक्कइँ फलइँ कर-गेज्झइँ" पण्णइँ फोप्फलई ।। ५ जहिं" दक्ख रसालउ 'दीहियउ गुलियउँ अमरेहि" मि" ईहि[य] 3 ॥ ६ जहिं “णाणा-कुसुम-करम्वियइँ सीयलई जलइँ" अलि-चुम्बियइँ ॥ ७ जहिंधण्णइँ फल-संदरिसियइँ धरैणिहें अङ्गाई व हरिसियई॥८ ॥ घत्ता ॥ तं णिसुणेवि तोसिय-मणेण देवागमणहों अणुहरमाणउँ । माहव-मासहों पढम-दिणे तहिँ सिरिकण्ठे दिण्णु पयाणउँ ॥ ९ [६] लझेप्पिणु लवण-समुद्द-जलु तं वाणर-दीउ पडु वलु ॥१ जाहिँ कुहिणिउ रविकन्त-प्पहउँ सिहि-सङ्कएँ उवरि ण देइ पउ ॥२ जहिँ वाविउ वउलामोइयर्ड सुर-सङ्कएँ णरेणं ण जोइयउ ॥ ३ जेहिं जलइँ जाहिँ विणु पङ्कऍहिं पङ्कय" णाहिँ विणु छप्पऍहि" ॥४ जहिं वण" णाहिँ विणु अम्वहि अम्वा वि णाहि विणु गोच्छऍहि ॥५ गोच्छा वि णाहिं विणु कोइहि कोइलउ णाहिँ विणु कलयलहि" ॥ ६ 15 5. 1 The portion from वहवें वाणरदीउ लइ up to साहामयणिवह (VIA 3 u) is transposed in A after णिविसदें किक्कु (VII G3). 2 वहवे. 31. वानरदीउ. 4 जहि. 5_P इंदनील°, A इंदनीलु. 61 °हवलु, A°वहुलु. 74 सरिसु. 8 P S जहि. 9A जि. 10 5 "कुसुमइ पक्का फलाइ. 11 $A गेज्मइ. 125 पण्णइ. 13 7s फोफलइ. 14 $ जहि. 15 This hemistich missing in s. 16 1 गुलिअउ. 17 For the portion from "हिं ईयिउ up to) वुक्कार घों (V] 115 11 ) could not be used, as its folio 19 containing this portiou is missing. 18 A अमरे हिं मि. 19 A ईहिउ. 20 $ सीयलइ. 21 जलइ. 299 धण्णइ फलसंदरिसियह. 23 s धरणिहि. 24 5 अंगाइ, A अंग्गाइ. 20 हरिसियइ. 26 s णिसुणिवि. 27 A अणुहरमागउं. 28 पयाणउं. 6. 1 A लवण वण. 25 तपहुउ, A °दप्पहउं. 3A ससि. 4A दिति. 55 लामोइअउ. Gs °संकहि.7A णरिहि. 8 जहि. 9 5 जलए. 10 णाहि. 11 5A पंकयइ. 12च्छाहिं, A च्छप्पयहिं. 13 s वणइ. 14 5 अंवइ. 15 A गोंच्छइ हिं. 1G A कोइलिहिं. 17 A कलय- लिहिं. [५] १ प्रवालय(क). २ घनम्. ३ दीर्घः, धृतिकारी वा.