पृष्ठ:पउमचरिउ.djvu/२८८

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क.९,१-९,१०,1-6] अट्ठमो संधि 18 घुटु 15 [९] तं णिसुणेवि वयणु सुरराएं विभु पिडाले मालि णाराएं ॥१ लहु उप्पाडेवि घित्तु णरिन्दे णाई वरकुसु मत्त-गईन्दै ॥२ सहसा रुहिरायविरु दीसिउ णं मयगलु सिन्दूर-विहूसिउ ॥ ३ वाम-पाणि वणे देवि अखन्तिएँ भिण्णु णिडालें सुराहिउ सन्निएँ ॥४ विहलवल ओणल्लु महीयले कलयलु घुटु रक्ख-चाणर-चलें ॥५ मालि सुमालिं" माहुक्कारिउ 'पई होन्तएँ णिय-वंसुद्धारिउ ॥६ उडेवि" मुकु" चक्कु महसक्खें एन्तउँ धरेंविण मकि रक्खें ।। ७ सिरु पाडेवि रसायले पडियउ कह वि" ण कुम्म-वीढ़े अन्भिडियई ॥८ ॥ घत्ता ॥ वय, मडक्क ण वीसरिउ धाविउ कवन्धु रोसावियउँ । वे-वारउ अइरावयों कुम्भत्थले असिवरु वाहियां ॥९ [१०] जं विणिवाइउ रक्खु रणगणे विजउ अमराहिव-साहणें ॥१ गुड्डु कइद्धय-चलु भय-भीयउ गलियाँउहु कण्ठ-ट्ठिय-जीयउ ।। २ केण वि ताम कहिउ सहसक्खहों ‘पच्छेले लग्गु देव पडिवक्खहों ॥३ वहुवारउ णिसियर-कइचिन्धेहिं वेयारिय सुकेस-किक्किन्धेहिं ॥४ एय जि विजयसीह खय-गारा तिह करें" जेम ण जन्ति भडारा' ॥५ तं णिसुणेवि गउ चोइउ जाहिँ ससहरु पुरउ परिहिउ ताहि ॥ ६ 'महु आदेखें देहि परमेसर मारमि" हउँ जि णिसायर वाणर ॥ ७ सेण्णु वि पत्तमि जम-मुह-कन्दरे" दसण-सिलायल-जीहा कक्करें ॥८ 18 सुररायं. 2 5 णिड्डालें, A निडालि. 3 5 णराय, A नाराएं. 4 A उप्पारिदि. 5 s गरें, A नरिंदे. 6 5 णाइ.75 गयंद. 8 A रायवु पदीसउ. 9 s सिंदूरे, A सिंदू. 10 s वण, A रणे. 11 णिहालि, A निडालि. 12 A रक्खस्सवाणंर . 13 s सुमालि. 14. S पद. 15 A नमिवि नमिवंसु उद्धारिउ. 16 s उहि, A उठिवि. 17 A चक्कु मुकु. 18 s यंतउ. 19 SA परिवि. 20 A रसायलि. 21 A व. 225 कुम्मवीदि. 23 P अभिडिभउं. 24 Ps वयण. 25 A धाइड. 2G A रोसाहियउ. 27 PS वाहिभउ. 10. 15 विणिवायउ.2 कयद्धय. 3A गालिया. 4 PS°जीभड.5PS कहिउ ताव. 6 PS सहसकहो. 7 A एच्छले. 8 P णिसिमक्खइ. 98 चंघेहिं. 10 PSA करि. 11 P जेंव, जेव. 12 " जावहि, SA जावेहि. 1 P तावहि. 14 PS आदेसु. 15 P मारलं, s मारउ. 16 P मुहि. 17 5 कंदरे. 18 PS सिलायले. [१०] १ छभिताः. 20 hd 9.