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पृष्ठ:पउमचरिउ.djvu/३७९

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. 15 पउमचरित [क००,६-९८,१-९,९,१-१ खेडिये अणडुह व जलधारेंहिँ ताम दसाणणु वरुण-कुमारहिँ ॥ ६ आयामेंवि सबहिं समकण्डित रह सण्णाहु महाघउ खण्डिउ ॥७ तं णिएवि णिय-कुल-णेयारें सरहसेण हणुर्वन्त-कुमारे ॥ ८ ॥ घत्ता ॥ रणउहें पइसन्तें वैइरि वहन्तें रावणु उबेढावियउ । अवियाणिय-काएं णं दुधाएं रवि मेहहँ मेल्लावियउ ॥९ [८] सयल वि सत्तु 'सत्तु-पडिकूलें संवेढेंवि विजा-लझूलें ॥१ लेइ ण लेइ जाम मर-णन्दणु ताम पधाइउ वरुणु स-सन्दण ॥२ ॥ 'अर खल खुद्द पाव वेलु वाणर कहिँ संचरहि सण्ढ अहवा णर' ॥३ तं णिसुणेप्पिणु वलिउ कइद्धउ सीहु व सीहहाँ वेहाविद्धउ ॥४ विण्णि वि किर भिडन्ति दणु-दारण णागपास-लङ्गल-प्पहरण ॥ ५ ताम दसाणणु रहवर वाहेवि अन्तर थिउ रण-भूमि पसाहेवि ॥ ६ "ओरें वलु वलु हयास अरे माणव मइँ कुविएण ण देव ण दाणव ॥ ७ जं किउ जम-मियङ्क-धणयकहुँ सहस-किरण-णलकुवर-सक्कहुँ ॥८ ॥ धत्ता ॥ अवरहु मि सुरिन्दहुँ णरवर-विन्दहुँ दिण्णइँ आसि जाइँ जाइँ । परिहव-दुर्मइत्त फलइँ विचित्तइँ तुज्झु वि देमि ताइँ ताई ॥९ [९] ॥ तं णिसुणेवि अतुलिय-माहप्पें णिन्भच्छिउ जलकन्तहों वप्पें ॥१ 'लङ्काहिब हेवाइज अवरहिं सूर-कुवेर-पुरन्दर-अमरेंहिँ ॥२ हउँ पुणु वरुणु क्रुणु फलु दावमि पइँ दहमुह-दवग्गि उल्हावमि' ॥३ दोच्छिउ रावणेण एत्थन्तरे 'केत्तिउ गजहि सुहडब्भन्तरें ॥४ अहिमुहु थक्कु दुकु वलु वुझंहि सामण्णाउहेंहि लइ जुसहि ॥५ 27 मोहण-धम्भण-डहण-समत्यहिं को वि ण पहरइ दिवहिँ अत्थेहि ॥६ 7.1 P marginally corrects to फेडिय. 2 PS अणुहुह. 3 A जरूवारहिं. 4 Pहणु. मंत, हणुवंतु. 5 A कयंतें. 6 PS अविभाणि. 7 P दुवाएं, दुखायं. 8 P मेहहु, मेहहो. 8. 1 PS सयलु. 2 PS °णंगूल'. 3 A °सपहरण. 4 P उरें, 8 उरे, A करे. 5 Ps भियंकु. 6 PS °धणयकहो. 7 Ps °सकहो. 8 P 8 अवरह. 9 Ps सुरिंदहो. 10 s °दुम्म- ता, दुमत्तइ. 9. 1 BS थकु. 25 वुझहु. 3SA जुजाहु. ३ बाणैः वेष्टितः. ४ नायकेन. [८] १ हनूवंतेन. २ व्याघुटः (!). ३ मम सन्मुखम्. ४ परिभववृक्षोत्पमानि. [९] गर्व नीतः.