पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/४२५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

Padas 33-34] गुप्त घरी - Ascent 75 This shows the care with which Kabir hid the secret of his Master inside his mind. Gradded पाँचों नाग पंच प्राण | पचीसों नागिन = पचीस तत्त्व 2. पंच ज्ञानेद्रियाँ + पंच कर्मेन्द्रिया + पंच तन्मात्रा + पंच महाभूत + मन + बुद्धि or महत् + अहंकार + प्रकृति और पुरुष । इन तत्वों में पुरुष का समावेश है । औरों की तरह पचीसवां तत्व 'पुरुष' नहीं मरता । तुरत कारे ने 6 = तुरंत । ef Sk. तूर्णम् । = काल रूपी कालिया ने serpent. - (1) Death; (2) Black Note : - In the Radhasoami Nirguna school, काल ' is contrasted with दयाल. काल - Death; दयाल - God. डरी ( ' डरी ' is used to rhyme with भरी, धरी, मरी etc. or on account of मृत्यु being f . ) = डरा, डर गया ।