पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/८९

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Pada 15] Incentives (१५) अनुवाद. रे गाफिल दिल, भूल मत कर । एक दिन यम आवेगा । तू इस जगमें पूँजी लेकर सौदा करने आया, लेकिन मूल गँवा दिया। प्रेमनगर का तूने अन्त नहीं पाया । तू जिस तरह आया, उसी तरह जाएगा ! ऐ मेरे साजन, ऐ मेरे गुणी, सुन, इस जीवन में (तूने) क्या क्या किया ? सिर पर पत्थर का बोझ ले लिया । तुझे आगे कौन छुड़ावेगा ? उस पार तेरा मित्र खड़ा है । तूने उससे मिलने का ध्यान नहीं रक्खा | टूटी नाव के ऊपर जाकर बैठ गया, ऐ गाफ़िल, तू डूब जायगा । कवीरदास समझाकर कहते हैं, अन्त समय में तेरा सहायक कौन है ? बिना किसी साथी के तू अकेला चला है । अपने किए का फल पाएगा । 4 હું છું