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पृष्ठ:परिवार, निजी सम्पत्ति और राज्य की उत्पत्ति.djvu/४३

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समाज, ये दो अनमेल चीजें है। पशु-अवस्था से ऊपर उठते हुए मनुष्य को या तो परिवार का कोई ज्ञान नहीं था, और यदि था तो ऐसे परिवार का जो पशुनो में नहीं पाया जाता। वेस्टरमार्क ने शिकारियो की रिपोर्टो के आधार पर कहा है कि गोरिल्ला और चिम्पाजी वानरों मे समूहशीलता का उच्चतम रूप युग्म होता है। इस रूप में, यानी पृथक युग्मों के रूप मे भी, वह निहत्था जीव , जो मानव-अवस्था मे प्रवेश कर रहा था, छोटी संख्या में , जीवित रह सकता था। परन्तु पशु-अवस्था से निकलने के लिये, प्रकृति मे ज्ञात इस सबसे महान प्रगति के लिये, एक और तत्व की आवश्यकता थी। उसके लिये आवश्यक था कि व्यक्ति की अपनी रक्षा करने की अपर्याप्त शक्ति का स्थान यूथ की सामूहिक शक्ति और संयुक्त प्रयत्न ले ले। पुरुषाभ वानर आजकल जिन परिस्थितियों में रहते है , वैसी ही परिस्थितियो से मानव-अवस्था में संक्रमण एकदम असम्भव होगा। ये वानर तो विकास के मुख्य क्रम से अलग हो गयी ऐसी शाखा प्रतीत होते हैं, जो अब लुप्त हो जाने को है , या जो कम से कम , पतनोन्मुख अवस्था में है। अतएव , उनके परिवारो के रूपो में और आदिम मानव के परिवारों के रूपो में देखी गयी समानता के आधार पर जो निष्कर्ष निकाले जाते है, उन्हें नामंजूर कर देने के लिये यही अकेला कारण पर्याप्त है। केवल बड़े- वड़े और स्थायी यूथो में रहते हुए ही पशु-अवस्था से मानव-अवस्था में संक्रमण सभव था। और इन यूथो के निर्माण की पहली शर्त यह थी कि वयस्क नरों के बीच पारस्परिक सहनशीलता हो और वे ईर्ष्या भावना से मुक्त हों। और सचमुच परिवार का यह सबसे पुराना , सबसे आदिम रूप फोनसा है, जिसका इतिहास मे अकाट्य प्रमाण मिलता है और जो आज भी कही-कही देखने में प्राता है ? वह है यूथ-विवाह का रूप, जिसमें पुरुषों के एक पूरे दल का नारियों के एक पूरे दल के साथ सम्बन्ध होता है, और जिसमे ईप्या भावना के लिए नहीं के बराबर स्थान होता है । इसके अलावा, विकास की एक प्रागे को मंजिल में हम बहु-पति विवाह की असाधारण प्रथा पाते हैं, जो ईर्ष्या भावना के और भी अधिक विरुद्ध है, और इसलिये जो पशुप्रो में बिलकुल ही नहीं पायी जाती। परन्तु यूथ-विवाह के जिन रूपो की हमे जानकारी है, उनके साथ ऐसी पेचीदा परिस्थितियां जुडी हुई है कि लाजिमी तौर पर उनसे यह प्रकट होता है कि उनके पहले यौन-सम्बन्धी के कुछ अधिक सरल रूप प्रचलित थे। और इस प्रकार अन्तिम - ४५