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परीक्षा गुरु
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क्षमा करने और इन्साफ़ की राह में कांटे बोने से मैं कोई अच्छा काम करूँगा? और जो अभागे माया जाल में फंसकर उस सर्व शक्तिमान ईश्वर को ही भूल गए हैं मेरे फायदे के लिये ईश्वर उनकी प्रार्थना अंगीकार करेगा? नहीं, हरगिज़ नहीं; जो कोई काम मुझ से ईश्वर की प्रसन्नता लायक बन पड़े तो वह यही इन्साफ़ का शुभ काम है”

“में तो आप के कहने से इन्साफ के लिये परमार्थ करना कभी नहीं छोड़ सकता " लाला मदनमोहन तमक कर कहने लगे.

“जो जिसके लिये करना चाहिये सो करना इंसाफ़ में आ गया परंतु स्वार्थ का काम परमार्थ करे कैसे हो सकता है? एक के लाभ के लिये दूसरों की अनुचित हानि परमार्थ में कैसे समझी जा सकती है? किसी तरह के स्वार्थ बिना केवल अपने ऊपर परिश्रम उठाकर, आप दुःख सहकर, अपना मन मारकर औरों को दुखी करना सच्चा धर्म समझा जाता है जैसे यूनान में कोडर्स नामी बादशाह राज करता था. उस समय यूनानियों पर हेरेकडिली लोगों ने चढ़ाई की. उस समय के लोग ऐसे अवसर पर मंदिर में जाकर हार जीत का प्रश्न किया करते थे. इसी तरह कोडर्स ने प्रश्न किया तब उसे यह उत्तर मिला कि "तू शत्रु के हाथ से मारा जायेगा तो तेरा राज स्वदेशियों के हाथ बना रहेगा और तू जीता रहेगा तो शत्रु प्रबल होता जायेगा." कोडर्स देशोपकार के लिये प्रसन्नता से अपने प्राण देने को तैयार था परंतु कोडर्स के शत्रु को भी यह बात मालूम हो गई इस लिये उसनें अपनी सेना में हुक्म दे दिया कि कोडर्स को कोई न मारे तथापि कोडर्स ने यह बात लोग दिखाई के लिये नहीं की थी. इससे वह