पृष्ठ:पीर नाबालिग़.djvu/८६

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जेटिनमैन करने की अन्दर न आने पाए। उन्होंने तमाम कागजात को अच्छी तरह से जाँच लिया। सेटजी के जाली दस्तखती से जो चेक कैश किर गए थे, उन सबको उन्होंने एक सूची बना ली। इसके बाद जाकर इन्होंने देखा कि बैंक से कुल पैतालीस लाख पर उन्होंने अपने नाम कर्ज खाने लिए हुए हैं। इसके बाद बैंक के मैनेजर को अपने सामने बुलाया और कहा--"कहिए, अब श्राप क्या कहना चाहते हैं। क्या आपने तमाम बैलेन्सशीट नैयार कर लिया ?" मैनेजर जी हाँ, लेकिन नकद रुपया इस वक्त हाथ बहुत कम है और लगभग सब भूपया बाहर फंसा हुआ है। लोगों में हलचल और बेचैनी पैदा हो गई है। कल मैंने किसी तरह पेमेण्ट कर दिया, पर यदि आज भी उतनी ही डिमाण्ड रहीं तो पेमेण्ट होना मुश्किल है। जेन्टलमैन ने चिंतित होकर कहा-"लेकिन क्या आप केवल आज का काम नहीं चला सकते ? कल और परसों तो छुट्टी है । इन दो दिनों के अन्दर तो मैं रुपयों का काफी इन्तजाम कर दूंगा।" मैनेजर-"क्या आप ५ लाख रुपए अपने कर्ज खाते में से नहीं दे सकते" जेन्टलमैन-(भौं सिकोड़ कर ) इससे आपको कोई सरो- कार नहीं । मैं यह कहना चाहता हूं कि आप खबरदार रहें और आप इस रकम की कभी चर्चा न करें। मैनेजर-( जरा दृढ़ता से) परन्तु जनाव, रुपयों का और कोई बन्दोबस्त भी तो नहीं हो सकता। अगर आप इजाजत दे तो मैं बैंक बन्द कर दूं