पृष्ठ:पुरातत्त्व प्रसंग.djvu/१७१

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मैडेगास्कर-द्वीप के मूल निवासी


चीज़-वस्तु रखने भौर पशु बाँधने के लिए उनमें अलग अलग स्थान नहीं रहते। वहीं, उसी छोटे से घर में, सब काम होते हैं। जहाँ खाना बनाते हैं वहीं सो जाते हैं। जहाँ बैठते उठते है वहीं पशु बाँध देते हैं।

ये लोग शुभाशुभ का बड़ा विचार करते हैं। इन्होंने कुछ दिन शुभ मान रक्खे हैं, कुछ अशुभ। इनका ख़याल है कि अशुभ दिन सन्तानोत्पत्ति होने से वह माता-पिता के लिए क्लेशदायक होती है। अतएव यदि किसी के घर बुरे दिन बच्चा पैदा होता है तो वह तत्काल ही पानी में डुबो कर मार डाला जाता है। पर कहीं कहीं इस रीति में कुछ अपवाद भी है। वहाँ अशुभ दिन में उत्पन्न हुआ बच्चा किसी गाय या बैल के आगे फेंक दिया जाता है। दैवात् यदि वह पशु बच्चे को नहीं कुचलता तो समझा जाता है कि बच्चा सुलक्षणी है, मार डालने की ज़रूरत नहीं। तब बच्चे के घरवाले उसे उठा लाते हैं और आनन्द मनाते हैं। यदि पशु ने उसे कुचल दिया और वह मर गया तो माता उसे कपड़े से ढक कर एक नई हॉडी में रख देती है और उस हाँडी को जमीन में गाड़ देती है।

सुलक्षण-संयुक्त बच्चा जन्म के बाद सातवें दिन घर से बाहर निकाला जाता है। फिर उसे माता-पिता किसी अहीर के यहाँ ले जाते हैं। अहीर से मतलब उस