पृष्ठ:प्रतापनारायण-ग्रंथावली.djvu/२३

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हो ओ ओ ली है! १-अरे भाई, कुछ बाकी भी है कि सभी उड़ा बैठे ? सच तो कहते हो, विद्या गई ऋषियों के साथ, वीरता सूर्यवंशी चन्द्रवंशियों के साथ, रही सही लक्ष्मी थो, मो भी अपने पिता ( समुद्र ) के घर भागी जाती है। फिर सब तो इन्ही तीनों के अधीन ठहरे, आज नहीं तो कुछ दिन पीछे सही हो ( तो) ली ही है। २-अरे वाह तुम भी निरे वही हो, कहो खेत की सुनो खलिहान की । अजी आज घुलेंडी है ! अब समझे ? १-हाँ ! हाँ !! आज ही पर क्या है, जब कभी कोई अन्यदेशी विद्वान् वा यही का ज्ञानवान् आगे वालों के चरित्र से हमारी तुम्हारी करतूत का मिलान करेगा तो कह उठेगा-'घुः लेंड़ी है' ! कुछ न किया, जितनो पुरुषों ने पुण्य की उतनी लड़को ने... क्या कहें, ह ह ह ह ! २-वाह जी हजरत वाह ! हम तो कहते हैं आज तेहवार का दिन है, कुछ खुशी मनाओ। तुम वही पुराना चरखा ले बैठे ! बाहर निकलो, देखो नगर भर में धूम है- कहीं नाच है कहीं गाना है, कहीं लड़कों बूढों का शोर मचाना है, कहीं रंग है, कहीं अबीर है, कहीं फाग है, कहीं कबीर है, कहीं मदपिये बकते हैं, कहीं निर्लन लोग अश्लील ( फुहुश ) बकते हैं, कहीं कोई जूता उछालता है, कहीं कुछ नहीं है तो एक दूसरे पर सड़क की धूल और मोहरी को कीच ही डालता है, तरह २ के स्वांग बन २ आते हैं, स्त्री पुरुष सभी पर्व मनाते हैं । सारांश यह कि अपने २ बित भर सभी आनंद हैं, एक आप ही न जाने क्यों नई बहू की तरह कोठरी में बंद हैं, न मुंह से बोलो न सिर से खेलो-भला यह भी कोई बात है ! उठो २! १-ह हच्छा ! आप ने तो खूब ही फारसी की छारसी उड़ाई (यह हिंदी की विदी का जवाब है), लखनौ के मियां भाइयों की काफियाबंदी को मात किया । २-खैर जी अब चलते भी हो कि यहीं से बातें बनाओगे? १-मैं नहीं जाता, यह बहेतूपन तुम्हीं को रंजा पुंजा रहे । भला यह भी कोई तमाशा है जिसके लिये तुम्हारी तरह गली २ पड़ा फिरूं ? यह तो इस देश का सहस्रो वर्ष मे तार ही है, होली ही पर क्या विलक्षणता आ रही है । आप एक नगर को लिए फिरते हैं, यह कहो कि यूम्प अमेरिका तक हमारे अतिमानुष करमों को धूम है । नाच देव के तुम्ही प्रसन्न होते होगे, हमारी जान में तो कामाग्नि में भीर घृताहुती देने में रात भर आंखें फोड़ने में, सिवाय बची खुची बुद्धि को स्वाहा करने के क्या धरा है ? फिर यदि नाच भलेमानसों का काम नहीं तो अपनी धर्मपत्नी का हक वेश्याओं के भाड़ में झोंक के नाच का देखना ही किस सज्जन को सोहता है ?