पृष्ठ:प्राकृतिक विज्ञान की दूसरी पुस्तक.djvu/६५

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। (५७) दिया। लिटमस जैसा था, उसको वैसा ही कर दिया । इस प्रयोग का यह परिणाम हुआ कि खार तेज़ाब के प्रभाव को नष्ट करता है । और तेज़ाब खार के प्रभाव को नष्ट कर देता है। देखो तेज़ाब और खार शुद्ध रूप में विष होते हैं । इनके खाने से मनुष्य नहीं बच सकता । यदि कोई मनुष्य तेज़ाब खा ले तो उसको खार पदार्थ खिलाने चाहिये । इसी प्रकार यदि कोई मनुष्य खार विष खा ले तो उस को खट्टे पदार्थ खिलाने चाहिये, ऐसा करने से विष का प्रभाव नष्ट हो जाता है । याद रक्खो । खार १. खार लाल लिटमस को नीला कर देता है । २. खार तेज़ाब के प्रभाव को नष्ट करता है। शुद्ध रूप में तेज़ाब और खार दोनों पदार्थ विष होते हैं। Courtesy Dr. Ranjit Bhargava, Desc. Naval Kishore. Digitized by eGangotri