पृष्ठ:प्राकृतिक विज्ञान की दूसरी पुस्तक.djvu/८७

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( ७६ ) नालों द्वारा पहुंचाया जाता है और इस प्रकार यह नदियां शहर की गंदगी को बहा ले जाती हैं। वर्षाऋतु में नदियों में बाढ़ आ जाती है । बाढ़ आने से नदियों का फांट बढ़ जाता है और जब उतरती हैं तो उन स्थानों में नई मिट्टी छोड़ जाती हैं जो खेती के लिये बड़ी उपकारी होती है । इस प्रकार नदियां देश के बहुत से भागों को नई २ मिट्टी देती हैं। गर्मी के दिनों में जब नदियां सूख जाती हैं तो लोग इनकी तरैटी में खरबूजे, तरबूजे इत्यादि बहुत वस्तुएँ बोते हैं । यह वस्तुएँ नदी की तरैटी में बहुतायत से होती हैं। Courtesy Dr. Ranjit Bhargava, Desc. Naval Kishore. Digitized by eGangotri